जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद औद्योगिक विकास को गति मिलनी शुरू हो गई है। पहले प्रत्यक्ष विदेशी निवेशी के रूप में दुबई का एमार समूह जम्मू-कश्मीर में 500 करोड़ रुपये का निवेश कर रहा है।
श्रीनगर के सेमपोरा में रविवार को 250 करोड़ रुपये की लागत वाले मॉल की आधारशिला रखी। यह श्रीनगर ही नहीं, विदेशी पूंजी से बनने वाला प्रदेश का पहला मॉल होगा। इसमें दस लाख वर्ग फुट क्षेत्र में 500 दुकानों का निर्माण होगा। इसे 2026 तक पूरा कर लिया जाएगा। यह समूह जम्मू व श्रीनगर में डेढ़-डेढ़ सौ करोड़ रुपये की लागत वाले एक-एक आईटी टावर का भी निर्माण कर रहा है।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा, मॉल जम्मू कश्मीर के आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा। यह भारत और यूएई के बीच द्विपक्षीय व्यापार व निवेश संबंधों को भी मजबूत करेगा। एमार के सीईओ अमित जैन ने कहा, श्रीनगर का माॅल हमारे लिए मील का पत्थर है। मेगा माॅल यूएई का पहला अहम निवेश है।
इस साल रेल मार्ग से कश्मीर कन्याकुमारी से जुड़ जाएगा
उपराज्यपाल ने कहा, इस साल कश्मीर रेलमार्ग से कन्याकुमारी से जुड़ जाएगा। यहां एक लाख करोड़ रुपये की राजमार्ग व सुरंग परियोजनाएं चल रही हैं। हवाई उड़ानों में भी वृद्धि हुई है।
5000 से अधिक कंपनियों के निवेश प्रस्ताव
सिन्हा ने कहा, नई औद्योगिक नीति के 22 महीनों में 5,000 से अधिक देसी व विदेशी कंपनियों के निवेश मिले हैं। हर दिन आठ कंपनियां जम्मू कश्मीर में निवेश की इच्छा जता रही हैं। हर दिन नया उद्योग शुरू हो रहा है। पिछले महीने 45 उद्योग शुरू हुए हैं। प्रधानमंत्री 38,000 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास कर चुके हैं।