कश्मीर संभाग में मंगलवार को छह अलग-अलग जगहों पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीमों ने रेड की है। आज सुबह एजेंसी की टीमों ने पुलिस और सुरक्षाबलों के साथ छह स्थानों पर दबिश दी। बताया जा रहा है कि प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों के प्रमुखों और सदस्यों की आतंकी गतिविधियों से संबंधित मामले में एजेंसी छापेमारी कर रही है।
श्रीनगर में आईएस आतंकी के घर एनआईए का छापा
इससे पहले सोमवार को एनआईए ने आईएस के केरल मॉड्यूल की गतिविधियों से जुड़ी जांच में संदिग्ध आईएस आतंकी उजैर अजहर भट के श्रीनगर स्थित घर पर छापा मारा। उजैर श्रीनगर के करफाली मोहल्ला में रहता है और एनआईए को शक है कि वह आईएस के केरल मॉड्यूल का सक्रिय सदस्य है।
एनआईए प्रवक्ता के मुताबिक छापे में उजैर के घर से डिजिटल डिवाइस मिली हैं जिनकी जांच जारी है। 2021 में, एनआईए ने केरल के कदनमन्ना के मोहम्मद अमीन उर्फ ‘अबू याह्या’ की जांच शुरू की थी, जो विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस्लामिक स्टेट के विभिन्न प्रचार चैनल चला रहे थे। इन चैनलों के जरिये वह आईएस की हिंसक जिहादी विचारधाराओं का प्रचार और मॉड्यूल में नए सदस्यों की भर्ती कर रहा था। एनआईए के मुताबिक इन लोगों ने आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के लिए जम्मू-कश्मीर में ‘हिजरा’ (प्रवास) करने की भी योजना बनाई थी।
इस यात्रा के लिए विभिन्न स्रोतों से पैसा भी जुटाया। जांच में पाया गया कि अमीन केरल की दीप्ति मारला के संपर्क में था, जो धर्मांतरित मुस्लिम थी। उसने मंगलूरू के अनस अब्दुल रहमान से शादी की थी। 2015 में, वह पढ़ाई करने के लिए दुबई गई थी, जहां उसकी मुलाकात मिजा सिद्दीकी से हुई और दोनों महिलाओं का आईएस के प्रति झुकाव शुरू हुआ।
प्रवक्ता ने बताया कि 2019 में इन लोगों ने खुरासान (अफगानिस्तान) में ‘हिजरा’ करने की कोशिश की और ईरान के तेहरान पहुंचे। तेहरान पहुंचने के बाद खुरासान में आईएस के गुर्गों से उनका संपर्क नहीं हो सका। वे दोनों भारत लौट आए, और मारला ने अमीन, ओबैद हामिद मट्टा, मदेश शंकर उर्फ अब्दुल्ला व अन्य के साथ संपर्क किया और आईएस के इलाके में हिजरा की योजना बनाई। प्रवक्ता ने कहा, जनवरी 2020 में, वह हिजरा की योजना बनाने के लिए मट्टा से मिलने श्रीनगर गई और एक सप्ताह के लिए श्रीनगर में रही।